कर्ज मुक्ति के सिद्ध वैदिक उपाय
कर्ज से मुक्ति के सिद्ध वैदिक उपाय
कर्ज या ऋ़ण का होना जिंदगी को मुश्किल में डाल देता है। कर्ज मुक्त जीवन ही सबसे खुशहाल जीवन होता है। कई बार कर्ज लेने के बाद उसे लौटाना व्यक्ति को भारी पड़ता है और उसकी पूरी जिंदगी कर्ज चुकाते-चुकाते खत्म हो जाती है। कर्ज मुक्ति हेतु आइए जानें कुछ सरल और कुछ कठिन, लेकिन अचूक उपाय।
ऋण उतारने के लिए नारियल करे अर्पित –
एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। आप हर रोज लाल मसूर की दाल का दान करें और मंगलवार के दिन शिवलिंग पर मसूर की दाल और जल अर्पित करें। इसके बाद ओम ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम: का जाप करें। इससे आपको कर्ज और लोन से धीरे-धीरे मुक्ति मिल जाएगी। तत्काल लाभ प्राप्त होगा।दूसरा उपाय शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और उसको नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
कर्ज मुक्ति का अचूक उपाय है भौम प्रदोष व्रत –
हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। सोमवार का प्रदोष, मंगलवार को आने वाला प्रदोष और अन्य वार को आने वाला प्रदोष सभी का महत्व और लाभ अलग अलग है।मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं। इस दिन स्वास्थ्य सबंधी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है। इस दिन प्रदोष व्रत विधिपूर्वक रखने से कर्ज से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही इस दिन आप गरीब व जरूरतमंद को भोजन भी कराएं। ऐसा करने से आपके अशुभ ग्रहों का प्रभाव खत्म होता है।
कर्ज से छुटकारा पाने के ले मंगल एवं बुध का उपाय –
मंगल की भातपूजा, दान, होम और जप करना चाहिए। मंगल एवं बुधवार को कर्ज का लेन-देन न करें। प्रतिदिन हनुमानअष्टक का पाठ सात बार करें। अगर प्रतिदिन करना संभव न हो तो मंगलवार को जरूर करें।
कर्ज मुक्ति उपाय के नियम –
ऋण की किश्तों को मंगलवार के दिन ही अदा करें। ऐसा करने से कर्ज शीघ्र ही समाप्त हो जाता है।
किसी भी महीने की कृष्णपक्ष की 1 तिथि, शुक्लपक्ष की 2, 3, 4, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13 पूर्णिमा व मंगलवार के दिन उधार दें और बुधवार को कर्ज लें।
बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर घी-शक्कर मिलाकर गाय को खिलाने से शीघ्र कर्ज से मुक्ति मिलती है।
वास्तुदोष नाशक हरे रंग के गणपति मुख्य द्वार पर आगे-पीछे लगाएं।
कहा जाता है कि भोजन में गुड़ का प्रयोग भी लाभदायक है।
प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें।
ऋणमोचक मंगल या गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें
यदि आप कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन ‘ऋणमोचक मंगल स्तोत्र’ का पाठ करना चाहिए। यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिए। यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिए। यह पाठ अपनी श्रद्धा अनुसार 1, 3, 5, 9, अथवा 11 पाठ 43 दिन तक नित्य करना चाहिए । इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से निश्चित ही कर्ज, ऋण व आर्थिक बाधा से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा कर्ज-मुक्ति के लिए आप ‘गजेन्द्र-मोक्ष’ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ भी कर सकते हैं। दोनों में से किसी एक का ही पाठ करें। दोनों ही कर्ज मुक्ति के लिए अमोघ उपाय हैं।
आइए जानते हैं ऋण मोचक मंगल स्तोत्र –
ऋण मोचक मंगल स्तोत्र
मङ्गलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रदः।
स्थिरासनो महाकायः सर्वकर्मविरोधकः ॥१॥
लोहितो लोहिताक्षश्च सामगानां कृपाकरः।
धरात्मजः कुजो भौमो भूतिदो भूमिनन्दनः॥२॥
अङ्गारको यमश्चैव सर्वरोगापहारकः।
व्रुष्टेः कर्ताऽपहर्ता च सर्वकामफलप्रदः॥३॥
एतानि कुजनामानि नित्यं यः श्रद्धया पठेत्।
ऋणं न जायते तस्य धनं शीघ्रमवाप्नुयात्॥४॥
धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च मङ्गलं प्रणमाम्यहम्॥५॥
स्तोत्रमङ्गारकस्यैतत्पठनीयं सदा नृभिः।
न तेषां भौमजा पीडा स्वल्पाऽपि भवति क्वचित्॥६॥
अङ्गारक महाभाग भगवन्भक्तवत्सल।
त्वां नमामि ममाशेषमृणमाशु विनाशय॥७॥
ऋणरोगादिदारिघ्र्यं ये चान्ये ह्यपमृत्यवः।
भयक्लेशमनस्तापा नश्यन्तु मम सर्वदा॥८॥
अतिवक्त्र दुरारार्ध्य भोगमुक्त जितात्मनः।
तुष्टो ददासि साम्राज्यं रुश्टो हरसि तत्क्षणात्॥९॥
विरिंचिशक्रविष्णूनां मनुष्याणां तु का कथा।
तेन त्वं सर्वसत्त्वेन ग्रहराजो महाबलः॥१०॥
पुत्रान्देहि धनं देहि त्वामस्मि शरणं गतः।
ऋणदारिद्रयदुःखेन शत्रूणां च भयात्ततः॥११॥
एभिर्द्वादशभिः श्लोकैर्यः स्तौति च धरासुतम्।
महतिं श्रियमाप्नोति ह्यपरो धनदो युवा॥१२॥
इति श्रीस्कन्दपुराणे भार्गवप्रोक्तं ऋणमोचक मङ्गलस्तोत्रम् सम्पूर्णम्
गुलाब से करें खुद को कर्ज मुक्त –
सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा लेकर अपने सामने बिछा लें।अब इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें रखकर 21 बार गायत्री मंत्र पढ़ते हुए उसे बांध दें। इसके बाद इसे ले जाकर किसी बहती हुई नदी में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से ऋण मुक्ति होगी और घर में सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी इस उपाय से जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
श्मशान का पनि है कर्ज मुक्ति का अचूक उपाय –
यदि आप निरंतर कर्ज में डूबते जा रहे हैं तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यदि यह उपाय कम से कम छह 6 शनिवार किया जाए तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।
कर्ज मुक्त होने के लिए करें विष्णु-लक्ष्मी की पूजा –
सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर किसी विष्णु लक्ष्मीजी के मंदिर में जाकर मूर्त्ति के सामने रूमाल रखकर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी बारी से उक्त वस्तुओं को उसमें डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा करके कहें कि ‘मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए।’ यह क्रिया आगामी 7 सोमवार तक करें।
महालक्ष्मी मंदिर में जाकर पीले चावलों से माता रानी को अपने घर आने का निमंत्रण दें। इसके बाद दीवाली के दिन मां लक्ष्मी का आवाह्न कर उनका विधि विधान से पूजन करें।सुबह जल्दी उठकर पीपल को कुमकुम और चावल चढ़ाएं और मन में प्रार्थना करें कि मेरी समस्या का समाधान कर दें। साथ ही पीपल पर दूध मिला हुआ जल चढ़ाएं और घर लौट आएं।भगवान-विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा के आगे बैठकर अपनी परेशानी बताएं। साथ ही केसर का दान करें। समस्या का समाधान होने पर उस मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं।अपने घर के बाथरूम में गहरे रंग का टाइल्स ना लगवाएं। बाथरूम में खड़ा नमक जरूर रखें। बाथरूम के द्वार पर फिटकरी बांध दें। इसको करने से घर में गृह क्लेश नहीं होते।
पैसों की तंगी को दूर करता है सियार सिंघी –
सियार सिंघी बहुत ही चमत्कारी वस्तु होती है इसे घर में रखने से सकारात्मक उर्जा का अनुभव होता है, सियार सिंघी बालों के एक गुच्छे कि तरह होती है, असल में सियार के सींग नहीं होते परन्तु कुछ सियारों के नाक के ऊपर बालो का एक गुच्छा बन जाता है। धीरे-धीरे वह कड़ा और बड़ा हो जाता है और सींग जैसा बन जाता है इसे सियार सिंघी कहते है और यह हजारों में से किसी एक के नाक पर होता है, इसमें वशीकरण की अद्भुत शक्ति होती है। यदि इसे सिद्ध कर लिया जाए तो यह शक्ति हजारों गुना बढ़ जाती है।
इसके द्वारा आप किसी से भी अपना मान चाह काम करवा सकते है। यदि आप कर्ज से परेशान हैं, तो सियार सिंघी लेकर उसे एक डिब्बी में रख लें और उसे प्रत्येक पुष्य नक्षत्र में सिंदूर चढ़ाते रहें। ऐसा करने से शीघ्र ही शुभ फल मिलेगा। इसके अलवा तिजोरी में सिंदूर युक्त हत्था जोड़ी रखने से भी आर्थिक लाभ होगा।
सियार सिंघी को सिद्ध करने का अचूक मंत्र – ॐ चामुण्डाये नमः
सियार सिंघी सिद्ध मंत्र – ॐ नमो भगवते रुद्राणी चमुन्डानी घोराणी सर्व पुरुष क्षोभणी सर्व शत्रु विद्रावणी। ॐ आं क्रौम ह्रीं जों ह्रीं मोहय मोहय क्षोभय क्षोभय, मम वशी कुरुं वशी कुरुं क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं स्वाहा
सियार सिंघी को सिद्ध करने की विधि – दीपावली से पहले धन तेरस को एक सियार सिंघी का एक जोड़ा लें। उसे लाल कपडे पर स्थापित करे। लाल आसन बिछा कर लाल वस्त्र धारण कर बैठ जाएं। सरसों के तेल का दीपक जलाएं। सियार सिंघी पर गंगा जल छिड़कें। चावल चढ़ाएं और पांच लौंग साबुत और पांच चोटी इलायची चढ़ाये। उपरोक्त मंत्र 2100 बार जप करे। जप समाप्ति के बाद अग्नि में 21 आहुति गुग्गल की दे। ऐसा रोज दीपावली तक करें। दीपावली वाली रात पूजा के बाद इस नीचे लिखे मंत्र का सियार सिंघी के सामने 1100 बार जाप करें।
कर्ज मुक्ति का तांत्रिक उपाय क्या है
दोनों मुट्ठियों में काली राई लें। चौराहे पर पूर्व दिशा की ओर मुंह रखें तथा दाहिने हाथ की राई को बाईं ओर तथा बाएं हाथ की राई को दाहिनी दिशा में फेंक दें। राई फेंकने के पश्चात चौराहे पर सरसों का तेल डालकर दोमुखी दीपक जला देना चाहिए। दीया मिट्टी का रखना चाहिए। यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार को संध्या के समय करें। श्रद्धा द्वारा किया गया यह उपाय अवश्य कर्ज से मुक्ति दिलाता है। एक बार सफलता न प्राप्त हो तो दोबारा फिर कर लेना चाहिए। यह उपाय शनिश्चरी अमावस्या को भी कर सकते हैं।
कर्जे से मुक्त होने के लिए हनुमान जी से करें प्रार्थना
जब कोई भी उपाय सफल न हो रहा हो तो फिर अंत में हनुमान मंदिर जाकर मंगलवार और शनिवार के रोज उन पर तेल और सिंदूर चढ़ाएं। इसके बाद हनुमान चालीसा और बजरंगबाण का पाठ करें और कर्ज से निजात दिलाने की प्रार्थना करें। मंगलवार के दिन गरीबों-जरूरतमंदों की मदद करें।
एस्ट्रो डीबी अनुसन्धान
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें