मित्र ग्रह


आपका मित्र ग्रह कौन है?


हर कुंडली में कोई न कोई ग्रह सबसे अधिक प्रभावशाली होता है। यह ग्रह व्यक्ति की पर्सनैलिटी, स्वभाव और सोच पर गहरा असर डालता है। ब्लॉग में दिए गए लक्षणों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी कुंडली में कौन-सा ग्रह मित्रवत प्रभाव डाल रहा है।

1. सूर्य:
सूर्य बलवान हो, तो व्यक्ति आत्मविश्वासी, नेतृत्वकारी और सबकी चिंता करने वाला होता है। स्वभाव में "मैं हूं ना, चिंता मत करो" जैसी भावना होती है। सामाजिक कार्यों में सबसे आगे रहते हैं।

2. चंद्र:
चंद्रमा बलवान हो, तो व्यक्ति भावुक, आनंदप्रिय और दूसरों से जल्दी घुलने-मिलने वाला होता है। वह दूसरों के अच्छे गुणों को तुरंत अपनाने की कला जानता है।

3. मंगल:
बलवान मंगल व्यक्ति को शारीरिक रूप से मजबूत, साहसी और जोशीला बनाता है। ऐसा इंसान मेहनत की कद्र करता है और सबको प्रेरित करता है कि "मेहनत से सब मुमकिन है।"

4. बुध:
बुध बलवान हो, तो व्यक्ति बुद्धिमान, हास्यप्रिय और मल्टीटैलेंटेड होता है। ऐसा इंसान हमेशा ऐसा माहौल बनाता है जो सबके चेहरे पर मुस्कान ले आए।
5. गुरु (बृहस्पति):

गुरु का प्रभाव ज्ञान, धर्म और नैतिकता देता है। बलवान गुरु वाला व्यक्ति ज्ञानी होता है, उसकी जनरल नॉलेज शानदार होती है। विवाह, संतान और धन के मामले में यह ग्रह सौभाग्य दिलाता है।

6. शुक्र:
शुक्र बलवान हो तो व्यक्ति ऐशो आराम का दीवाना होता है। वह न केवल खुद आनंद उठाता है, बल्कि अपने संसाधनों से दूसरों को भी खुशियां देने में विश्वास करता है। "जिंदगी ना मिलेगी दोबारा" वाला अंदाज होता है।

7. शनि:
अगर शनि बलवान हो तो जातक जिम्मेदार, कर्मठ और न्यायप्रिय होता है। ऐसा व्यक्ति हर वर्ग में समानता की बात करता है, और पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठाता है बिना किसी शिकायत के।

8. राहु – "मुंबई":
यह एक प्रतीकात्मक अंदाज़ है। राहु यदि प्रभावशाली हो तो व्यक्ति महत्वाकांक्षी, चतुर और तेज़ तर्रार होता है, ठीक वैसे ही जैसे मुंबई – तेज़ रफ्तार, सपनों का शहर।

9. केतु – "तीर्थ स्थल":
केतु अगर बलवान हो तो व्यक्ति आध्यात्मिक, विरक्त और गहराई से सोचने वाला होता है। जातक का झुकाव भौतिकता से हटकर आत्मज्ञान की ओर होता है।


_ज्योतिष कोई परमात्मा नही यह आपका मार्ग दर्शक है_
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