विवाह
विवाह कब होगा यह प्रश्न बहुत से लोग पूछते है । आपकी कुंडली मे यह सब डिसाईड हो चुका है विवाह कब होगा, किससे होगा, कहा होगा। वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा। जब आप विवाह करते है उसके पहले आप लड़के व लड़की की कुंडली मिलान करते है यदि 18 से 36 गुण के बीच यदि गुण मिल जाते है तो आप विवाह कर देते हो। मगर उसके बाद तलाक क्यो हो जाता है, पति या पत्नी में से कोई एक कि मृत्यु हो जाती है विवाह के कुछ दिनों या महीनों बाद या तलाक नही होता है बस दूर रहते है दोनो कई सालों तक फिर साथ रहने लगते है । आख़िर ऐसा क्यों होता है हम आज ही इन सभी का कारण बता सकते है। बिना वजह जीवन मे कोई घटना घटित नही हो सकती। विवाह की बात पक्की हो गई पत्रिका बट गई, बैड बाजे , गार्डन सभी बुक हो गए फिर विवाह के 7 दिन पहले लड़के ने विवाह करने से क्यों मना कर दिया। यह सत्य घटना है । इस लड़के को मैंने बोल दिया था आपका विवाह राहु की दशा में नही होगा क्योंकि राहु विवाह करवाने के पक्ष में नही है और आपका विवाह गुरु की महादशा में होगा क्योंकि गुरु ने विवाह की जिम्मेदारी पहले से ले रखी थी। इसलिए राहु ने अपना वादा पूरा किया और गुरु ने भी उस लड़के का विवाह करवा दिया अपनी दशा में यह होते है ग्रह नक्षत्रों के फल, अब उपाय कितने भी करलो । ज्योतिष आपको भविष्य में होने वाली शुभ व अशुभ घटनाओं के बारे में बताएगा आपको सतर्क करेगा। और वर्तमान में आप को दशा क्या फल दे रही है उससे रूबरू कराएगा। हम कुंडली मिलान भी करते है साथ मे दोनो का वैवाहिक जीवन भी देखते है ग्रह नक्षत्रों से यदि ग्रह नक्षत्रों ने वादा किया कि वह वैवाहिक जीवन सुखीमय देगे तो फिर कोई दुनिया की ताकत आपके वैवाहिक जीवन को खराब नही होने देगी। 7 गुण जिनके मिले वह भी आज सुखी है। और 28 गुण मिलने के बाद भी तलाक हो जाते है। यदि कुंडली मे दो विवाह के योग है तो दूसरा विवाह होगा और पहला क्यो टूटेगा उसका कारण मैं आज ही बता दूँगा।
आप यदि अपनी कुंडली का सत्य सुनना चाहते हो तो मुझसे जरूर मिले और यदि आप उपायो से करोड़पति बनना चाहते हो तो रोड पर बैठे उस तोते वाले ज्योतिष से मिले जो लोगो को उपाय बताकर उनका धन लूटते है । यदि उपाय से सब सम्भव होता तो आज दुनिया मे कोई दुःखी नही होता। कर्म करो हम कर्म करवाते है उसमें व्यक्ति को स्वयं कर्म करने होते है वह व्यक्ति इस जन्म को तो सुधार ही लेता है मगर प्रारब्ध के फल भोगने होंगे। क्योंकि कुंडली पिछले जन्म का हिसाब है।
ग्रह उन्ही भावो के फल देगा जो उसके पास होंगे। ग्रह के पास यदि विवाह के भाव है तो ग्रह अपनी दशा में विवाह आवश्यक करवाएगा यदि ग्रह के पास विवाह के भाव नही है तो ग्रह विवाह नही करवाएगा। ऐसा आप सभी ग्रहों के बारे में समझे। ऐसे ही नौकरी, सन्तान, तलाक आदि घटनाओं के बारे में समझे। मैं आपको उदाहरण देता हूं यदि राहु के पास विवाह के भाव है तो राहु विवाह करवा देगा यदि राहु के पास विवाह के भाव नही है तो वह विवाह नही करवाएगा हां ये बात अलग है कि आपने राहू का जप या पूजा पाठ करवाया है तो ये सब बातें निष्क्रिय हो जाती है ।सभी ग्रहों के पास अपने अपने भाव होते है वह आपकी कुंडली पर निर्भर करता है और वह अपनी दशा में फल देते है। फिर आप कितने भी नग नगीने पहन लो कुछ नही होना है।
Shri astro predition
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