समस्या का निदान
आज के समय मे हर आदमी की 3 बड़ी समस्या है पहली की कर्ज मे डूबे है -दुशरी की काम धंदे के हाल बुरे है -तीसरी की रिश्ते ख़राब होते चले जा रहे तलाक की स्थति बनी हुयी है या हो चूका है अब ये तीनो समस्या एक दूसरे से जुडी है जैसे ज़ब काम धंदा अच्छा है नी खास्तर 2020 के बाद से तोह कर्ज की स्थति बनी है या फिर खर्च अधिक है और एक के बाद दूसरे से लेना पड़ता है अब ज़ब काम के हालाद ख़राब, कमाई ज़ीरो तोह रिश्ते तोह टूटेंगे ही और इसके बाद शरीर की छमता कमजोर और या तोह ओ हार्ट रोगी, हाई ब्लड प्रेशर का रोगी दूसरे सुगर का रोगी किसको तीनो तोह किसी को एक रोग घेर लेता है
मैंने जिक्र किया था बुध से फिर शुक्र चंद्र मंगल का, आज के समय मे हर चीज क़ो चलाने के लिए राहु जरुरी हैं क्योंकि राहु टेक्निकल चलाने की बुद्धि देता हैं। जिनकी कुंडली राहु बलि हैं वो लोग किसी तरह की मशीन हों फोन हों या इनको बारीकी से ठीक करने कला राहु देता हैं, किसी भी काम क़ो आगे बढ़ाने के लिए तरह तरह के ऐड जो उस काम के विस्तार क़ो बढ़ाता हैं ओ राहु हैं। अब बुध यदि कमजोर हुआ तोह राहु के फल धीरे धीरे ख़राब होने लगते हैं यही राहु ज़ब ख़राब मंगल के साथ होगा तोह उसकी बुद्धि गलत कामो लगेगी जैसे चोरी करना झूठ बोल के दुसरो क़ो फसाना यही मेन बात होती हैं जिनके ऊपर झूठे मुकदमे दायर होते हैं या बेचारा किसी के साथ गया था पर फंस गया यहाँ उसका शनि खराबी आ जाता हैं इसलिए दुशरो की करनी का फल भोगता हैं।
राहु की खास बात हैं की ओ जातक के दिमाग से बहुत खेलता हैं अच्छा हुआ तोह ओ जो भी काम सोचेगा इसका प्लान दिमाग मे बिठा के सीधा उस काम क़ो करेगा और सफल भी होगा। पीड़ित राहु एक काम के दस प्लान जातक के दिमाग मे देता हैं फिर ओ दस लोगो की सालाह लेता हैं बस वही गलती करता हैं क्योंकि केतु क़ो ओपन कर दिया तोह लोग सलाह भी गलत देंगे और उससे पहले ही अपणा शुरू कर देंगे। राहु जिस ग्रह से युति करता हैं उस ग्रह के फल उसके अनुसार और विपरीत होते हैं जैसे शुक्र के साथ मे 2,7,12 मे होगा तोह अक्सर झूठ का साहरा लेकर आपसी रिश्ते चलते हैं एक दूसरे से झूठ बोलना भले ही ठीक करने के लिए बोला गया झूठ हों पर झूठ हैं, यही ओ रिश्ते ज़्यादा नी चलते, राहु ख़त्म हुए रिश्ते के वापस आने की एक उम्मीद भी देता हैं सिर्फ एक तरफा ही ओ रहती हैं और नाकाम होती हैं जिससे रात का दुख, आंसू के रूप मे बाहर आता हैं यानी चंद्र की भावना जागरित होती हैं क्योंकि मन दुखी रहे तोह एकान्त का आँशु देता हैं और शराब की ओर आकर्षित होने लगता हैं क्योंकि उसको तब दोस्त भी गलत ही मिलते हैं।
मंगल शनि राहु की युति अप्रत्यसित क़र्ज़ का बोझ देकर आत्म हत्या की ओर ले जाता हैं या मन मे विचार उत्पन्न होने लगते हैं, क्योंकि पीड़ित शनि से मेहनत का फल मिलता नी, पीड़ित मंगल से कर्म के लिए हिम्मत और साहस नी रहती क्योंकि जातक मन से ही टूट जाता हैं।
राहु सूर्य युति पर पिता क़ो हार्ट का रोगी बना देगा और जातक बार चोट लगने का भय बन जाता हैं। गुरु से इसकी युति जातक क़ो ज्ञान का फल नी मिलता पढ़ाई करेगा कुछ काम करेगा किसी और चीज का और ब्यर्थ की यात्रा क़ो देता हैं छोटे छोटे काम के लिए जैसे मार्केटिंग मे ही ले जायेगा इधर उधर भटकाव देने लगता हैं। मंगल के साथ राहु या केतु संतान सुख क़ो बहुत बाधित करता हैं। संतान हों भी तोह लगतार बीमारी बनी रहेगी पहले तोह जल्दी से होती नी हैं डॉ पे डॉ बदलते रहो दवाई का भण्डार घर पे जमा रहता हैं। राहु और पीड़ित चंद्र के प्रभाव मे आकर लोग गलत इंसान से विवाह बंधन मे बंध जाते है और जीवन भर पछताते है। राहु केतु की चपेट मे आने वाले व्यक्ति अगर विवाहित हो तो लोगो दवारा छल कपट मे पड कर अपना वैवाहिक जीवन नष्ट कर लेता है दुसरे लोगो के चक्कर मे फस कर अपना घर परिवार धन दौलत सब से हाथ धो बैठता है। तलाक करवाने मे राहु केतु की अहम भूमिका रहती है जब जन्म पत्रिका के सप्तम मे राहु केतु हो या इनको दृष्टि हो, सप्तमपति पर पाप प्रभाव डाल रहे हो और सप्तमपति इस हाल मे कमजोर स्थिति मे हो और किसी शुभ ग्रह की दृष्टि सप्तम स्थान या सप्तमेश पर नही प़डती हो तो यह राहु केतु तलाक करवा देता है ग्रह गोचर स्थिति मे भी अगर ऐसा हो तो उस समय खास ध्यान रखने की जरुरत होती है। तब तो तलाक जैसी समस्या से बचाव हो जाती है। छोटे बच्चे 5-6 साल के तक के गुम हो जाए घर से चले जाए तो राहु का ही हाथ होता है जिसका साथ केतु गुप्त तरह से देता हैं राहु ऊपरी माया हैं केतु क़ो संचालन यही करता हैं।
👉ऐसे ही कुछ खास बाते आगे भी करते रहेंगे 👈
Astro-db
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