ज्योतिष सूत्र


जब हम ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त करना प्रारंभ करते हैं तो बहुत सारे सूत्र एवं योग बताए जाते हैं परंतु जब हम फलादेश करते हैं तो वह सारे सूत्र एवं नियम काम नहीं आते हैं ।
👉कुंडली विश्लेषण करते समय देखा जाता है कि कभी कभी जिसे कुंडली के अनुसार कारक एवं उन्नति दयाक मानते हैं वही हमारे जीवन में बाधक बन जाता है और जिसे नियम के अनुसार बाधक मानते हैं कभी-कभी वही लाभ देने लग जाता है । आइए इस कुंडली में विश्लेषण करके चर्चा करते हैं एवं समझने का प्रयास करते हैं ।
👉विश्लेषण करते समय हमारा ध्यान सिर्फ फलादेश पर होता है । कौन सा ग्रह हमें लाभ दे रहा है कौन सा ग्रह परेशानी कर रहा है । चाहे वह कारक हो या आकार हो इससे कुछ भी लेना देना नहीं है । फलादेश का नियम है ग्रह कर क्या रहा है ?
 जिस प्रकार पुत्र पिता के लिए कारक होता है परंतु कई पुत्र अपने पिता को जान से मार भी देते हैं और कई पिता भी अपने पुत्र को जान से मार देते हैं उसी प्रकार ज्योतिष में भी ऐसा ही होता है ।
👉 इस कुंडली में शनि लगनेश एवं द्वितीय भाव के स्वामी है तो कारक है इसमें कोई संशय नहीं है , परंतु शनि का फलादेश क्या है ?
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शनि सप्तम भाव में चंद्रमा के साथ विराजमान हैं । 
 वैवाहिक जीवन के सुख में कठिनाई तथा परेशानी होती है । विवाह में बहुत ज्यादा विलंब होता है । चंद्रमा को पीड़ित करने के कारण मानसिक परेशानी बनी रहती है । नवम भाव में दृष्टि के कारण भाग्य की उन्नति होती है । आप धर्म का पालन करते हैं । उच्च शिक्षा प्राप्त होती है । लग्न में सूर्य पर दृष्टि डालने के कारण शारीरिक स्वास्थ्य एवं जीवन की उन्नति में कठिनाई तथा परेशानियों का सामना करना पड़ता है । चतुर्थ भाव में दृष्टि के कारण कुछ कठिनाइयों के साथ माता भूमि भवन का सुख प्राप्त होता है ।
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यहाँ शनि लग्नेश हैं परंतु सूर्य एवं चंद्रमा को पीड़ित कर रहे हैं । और आप सभी लोग जानते हैं कि सूर्य और चंद्रमा का हमारे जीवन में कितना महत्व है । चाहे कुंडली में कितने भी अच्छे योग क्यों ना हो यदि सूर्य , चंद्रमा , गुरु तीनो पीड़ित हो जाते हैं तो जीवन में सही प्रकार से उन्नति नहीं हो पाती है ।
👉 शनि लग्न में दृष्टि डाल रहे हैं यह तो अच्छा योग है परंतु वहां सूर्य नहीं होते तब अच्छा होगा ।
 जिस प्रकार आप अपने घर में रहते हैं तो कोई परेशानी नहीं है लेकिन यदि अपने घर में किसी व्यक्ति को बुलाकर और आपने उसको मारा या पीटा तो पुलिस आपके घर आएगी और आपको पकड़कर ले जाएगी और आपके घर में निवास करने वाले लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा । उसी प्रकार ग्रह अपने भाव में देखकर भी अपने भाव में ही परेशानी कर सकते हैं । इसे समझना पड़ेगा और यहां लग्नेश शनि का दान जाप एवं उपाय करना पड़ेगा । इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है और किसी भी ग्रह का दान करने से वह ग्रह बिल्कुल भी कमजोर नहीं होता बल्कि उसके दोष में कमी आती है । ध्यान से इस बात को समझने का प्रयत्न करें उसके दोष में कमी आती है उसके परेशानी में कमी आती है ।
शनि का जाप, दान और उपाय होता है गरीब बुजुर्ग मजदूर का जीव जंतुओं का सेवा करना है तो यदि आप इनकी सेवा करेंगे या भोजन कराएंगे तो ऐसा हो नहीं सकता कि ईश्वर आप को दंड दे या परेशानी देंगे । आपको उसका पुण्य मिलेगा और उसके माध्यम से उस ग्रह से संबंधित दोष कम होगा, पूर्ण समाधानके लिए जाप अवश्य कराएं ।


_ज्योतिष कोई परमात्मा नही यह आपका मार्ग दर्शक है_
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